
बांकी मोंगरा, कोरबा: स्वच्छता किसी भी क्षेत्र की सुंदरता और स्वास्थ्य का प्रमुख आधार होती है। इसी सोच को ध्यान में रखते हुए वार्ड नंबर 5 के पार्षद फणीधर कर्ष ने अपने क्षेत्र में सफाई व्यवस्था को प्राथमिकता देते हुए विशेष स्वच्छता अभियान की शुरुआत की।
सफाई अभियान की शुरुआत
पिछले कुछ समय से वार्ड नंबर 5 के कई हिस्सों में सफाई व्यवस्था को लेकर नागरिकों की शिकायतें आ रही थीं। कहीं कूड़े का ढेर लगा था तो कहीं नालियां जाम पड़ी थीं। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए पार्षद फणीधर कर्ष ने सफाई कर्मियों की टीम को सक्रिय किया और वार्ड में व्यापक स्तर पर सफाई कार्य शुरू करवाया।
इस अभियान के तहत मुख्य रूप से सड़क किनारे फैले कचरे, सार्वजनिक स्थलों, नालियों और गली-मोहल्लों की सफाई पर विशेष ध्यान दिया गया। सफाई कर्मियों ने पूरी मेहनत से सफाई कार्य किया और गंदगी वाले क्षेत्रों को स्वच्छ बनाया।
स्थानीय नागरिकों ने की सराहना
इस सफाई अभियान से वार्डवासियों को बड़ी राहत मिली। स्थानीय निवासी बाबू खान ने कहा, “पहले सड़क किनारे कचरा फैला रहता था, जिससे बदबू और बीमारियों का डर बना रहता था, लेकिन अब सफाई होने से माहौल बहुत अच्छा हो गया है।”
वहीं, सीता देवी नाम की एक अन्य महिला ने पार्षद फनीधर कर्ष की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने क्षेत्र की सफाई को लेकर जो कदम उठाया है, वह काबिल-ए-तारीफ है। उन्होंने कहा, “अगर इसी तरह सफाई होती रहे, तो हमारे बच्चों का स्वास्थ्य भी बेहतर रहेगा और पूरा इलाका स्वच्छ और सुंदर दिखेगा।”
पार्षद का संकल्प – स्वच्छ वार्ड, स्वस्थ वार्ड
पार्षद फणीधर कर्ष ने इस अवसर पर कहा, “स्वच्छता मेरी प्राथमिकता है। हम चाहते हैं कि वार्ड नंबर 5 के सभी नागरिकों को एक साफ-सुथरा और स्वस्थ वातावरण मिले।” उन्होंने आगे बताया कि यह अभियान केवल एक दिन के लिए नहीं, बल्कि नियमित रूप से चलता रहेगा, ताकि क्षेत्र में गंदगी दोबारा न फैले।
पार्षद ने जनता से अपील की कि वे भी इस मुहिम में सहयोग करें और कूड़ा-कचरा खुले में फेंकने के बजाय सही तरीके से उसका निपटान करें। उन्होंने कहा कि यदि हर नागरिक स्वच्छता के प्रति जागरूक हो जाए, तो हमारा वार्ड सबसे स्वच्छ वार्ड बन सकता है।
स्वच्छता अभियान का असर
इस पहल से वार्ड नंबर 5 में एक नया बदलाव देखने को मिल रहा है। जहां पहले नालियां जाम रहती थीं, वहां अब पानी की सुचारू निकासी हो रही है। सड़कें और गली-मोहल्ले पहले से कहीं अधिक स्वच्छ नजर आ रहे हैं। लोग भी अब सफाई को लेकर अधिक जागरूक हो रहे हैं।
निष्कर्ष
पार्षद फनीधर कर्ष की यह पहल न केवल सराहनीय है, बल्कि अन्य जनप्रतिनिधियों के लिए भी एक मिसाल है। स्वच्छता केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक का कर्तव्य भी है। यदि सभी लोग पार्षद के इस प्रयास में साथ दें, तो निश्चित ही वार्ड नंबर 5 को स्वच्छ और आदर्श वार्ड बनाया जा सकता है।
इस तरह के सफाई अभियान यदि निरंतर चलते रहे, तो “स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत” का सपना जल्द ही साकार हो सकता है।
