बच्चों की सुविधाओं, शिक्षा व्यवस्था और स्वच्छता का लिया जायजा, अनुपस्थित छात्रों पर जताई चिंता


कलेक्टर श्री अजीत वसंत सरभोंका बालक आश्रम के निरीक्षण के दौरान बच्चों से बातचीत करते हुए।
कोरबा, 20 मार्च 2025 – कोरबा जिले के कलेक्टर श्री अजीत वसंत ने आज पोड़ी-उपरोड़ा ब्लॉक स्थित सरभोंका बालक प्री-मैट्रिक आश्रम का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने आश्रम में रह रहे बच्चों से संवाद कर उनकी शिक्षा, दिनचर्या और सुविधाओं की स्थिति का जायजा लिया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने आश्रम में सफाई, भोजन व्यवस्था, स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षण प्रक्रिया को बारीकी से जांचा।
बच्चों से संवाद, समस्याओं को समझा
कलेक्टर श्री वसंत ने छात्रों से उनकी पढ़ाई और दैनिक गतिविधियों के बारे में बातचीत की। उन्होंने जाना कि बच्चों को किस तरह की सुविधाएं मिल रही हैं और उन्हें किन कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बच्चों ने अपनी आवश्यकताओं और शिकायतों को खुलकर कलेक्टर के सामने रखा।
“हमारी प्राथमिकता यह सुनिश्चित करना है कि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, पौष्टिक आहार और सुरक्षित वातावरण मिले,” कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा।
स्वच्छता और भोजन की गुणवत्ता पर विशेष जोर
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने आश्रम में सफाई की स्थिति को जांचा और पाया कि कुछ स्थानों पर सुधार की आवश्यकता है। उन्होंने तत्काल व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए। भोजन व्यवस्था की समीक्षा करते हुए उन्होंने किचन का भी निरीक्षण किया और यह सुनिश्चित किया कि बच्चों को निर्धारित मीनू के अनुसार पौष्टिक भोजन मिले। उन्होंने खासतौर पर यह देखा कि भोजन गैस सिलेंडर के माध्यम से तैयार किया जा रहा है या नहीं, ताकि किसी भी तरह की असुरक्षा न रहे।
बच्चों की अनुपस्थिति पर जताई चिंता
निरीक्षण के दौरान यह सामने आया कि आश्रम में दर्ज कुल बच्चों में से 15 छात्र अनुपस्थित थे। इस पर कलेक्टर ने नाराजगी जताई और अधीक्षक को निर्देश दिया कि बच्चों की शत-प्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि यदि कोई बच्चा लगातार अनुपस्थित रहता है, तो उसके माता-पिता या अभिभावकों से संपर्क किया जाए और यह सुनिश्चित किया जाए कि वे नियमित रूप से आश्रम में उपस्थित रहें।
खेलकूद और सह-शैक्षिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के निर्देश
कलेक्टर श्री वसंत ने अधिकारियों से कहा कि बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए सिर्फ शिक्षा ही नहीं, बल्कि खेलकूद और अन्य रचनात्मक गतिविधियों को भी बढ़ावा देना आवश्यक है। उन्होंने निर्देश दिया कि आश्रम में खेल सामग्री और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए भी उचित संसाधन उपलब्ध कराए जाएं।
अधिकारियों को दिए गए निर्देश
निरीक्षण के अंत में कलेक्टर ने अधिकारियों और आश्रम अधीक्षक को निर्देशित किया कि –
✔ सफाई व्यवस्था में सुधार किया जाए
✔ भोजन की गुणवत्ता और पौष्टिकता का विशेष ध्यान रखा जाए
✔ बच्चों की नियमित उपस्थिति सुनिश्चित की जाए
✔ शिक्षा और खेलकूद गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाए
✔ छात्रों की किसी भी समस्या का त्वरित समाधान किया जाए
निरीक्षण के दौरान एसडीएम श्री तुलाराम भारद्वाज सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। कलेक्टर ने अधिकारियों को यह भी निर्देश दिया कि आश्रम की व्यवस्था को समय-समय पर परखा जाए और किसी भी समस्या के समाधान में देरी न की जाए।
बच्चों के भविष्य को संवारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
कलेक्टर श्री अजीत वसंत का यह दौरा बच्चों की शिक्षा और जीवन स्तर को बेहतर बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम माना जा रहा है। उनके इस दौरे से आश्रम प्रशासन को अपनी व्यवस्थाओं में सुधार करने का अवसर मिलेगा, जिससे बच्चों को एक स्वच्छ, सुरक्षित और प्रेरणादायक माहौल में रहने और सीखने का मौका मिलेगा।