
कोरबा/बांकीमोंगरा: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में उस वक्त सनसनी फैल गई जब बांकीमोंगरा थाना परिसर में भाजपा नेत्री ज्योति महंत ने एक युवक की सरेआम पिटाई कर दी। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि यह घटना पुलिस की मौजूदगी में हुई, लेकिन किसी ने रोकने की हिम्मत नहीं दिखाई।घटना का वीडियो सोशल मीडिया में बवाल मचा रहा है, जिसने पूरे पुलिस प्रशासन और भाजपा नेत्री की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
कहानी की शुरुआत: एक हॉर्न और भड़की गुस्सा
जानकारी के मुताबिक, बलवान सिंह कंवर नाम का आदिवासी युवक, जो कि हरदीबाजार से अपने गांव बरेड़ीमुड़ा लौट रहा था, बांकीमोंगरा के गजरा ग्राउंड के पास रास्ते में मोबाइल पर बात कर रहा था। उसी वक्त भाजपा नेत्री ज्योति महंत अपनी कार से वहां से गुजर रही थीं। कई बार हॉर्न बजाने के बावजूद युवक साइड नहीं दे पाया — बताया जा रहा है कि युवक शराब के नशे में था।
इतना भर था कि भाजपा नेत्री का पारा चढ़ गया। गाड़ी से उतरीं और युवक को थप्पड़, घूंसे और लातों से पीटने लगीं। साथ चल रहे लोगों को आदेश दिया – “इसे थाना ले चलो!” और युवक को खींचते हुए सीधे थाना ले जाया गया।
थाने में पहुंचकर भी नहीं रुकी मार – सबके सामने पिटाई
पिटाई का सिलसिला यहीं नहीं रुका। कुछ देर बाद ज्योति महंत खुद थाने पहुंचीं और उतरते ही युवक पर टूट पड़ीं। उसकी कॉलर पकड़कर थाने के अंदर घसीटते हुए ले गईं। वहाँ मौजूद थाना प्रभारी तेज कुमार यादव ने बीच-बचाव की कोशिश जरूर की, लेकिन तब तक सारा नज़ारा सबके मोबाइल कैमरों में कैद हो चुका था।
❓ बड़ा सवाल: क्या थाने में कानून नहीं चलता?
क्या भाजपा नेत्री को कानून से ऊपर समझा जाता है?
क्या पुलिस किसी विशेष पार्टी के नेताओं से डरती है?
क्या एक आदिवासी युवक को पीटना जायज़ है क्योंकि उसने साइड नहीं दी?
इन सवालों ने पुलिस की निष्पक्षता और लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के अस्तित्व पर गंभीर प्रश्न खड़े कर दिए हैं।
पीड़ित का बयान: “मैंने कुछ गलत नहीं किया था”
बलवान सिंह कंवर का वीडियो बयान भी सामने आया है, जिसमें उसने विस्तार से बताया कि वो सिर्फ फोन पर बात कर रहा था, और ज्योति महंत ने बिना बात के उस पर हमला कर दिया। उसने कहा –
“मैं समझ ही नहीं पाया कि मेरी इतनी बड़ी गलती क्या थी, जो मुझे थाने में भी पीटा गया और कोई कुछ नहीं बोला।”
सोशल मीडिया में उबाल – आम जनता का गुस्सा फूटा
जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, सोशल मीडिया पर #JusticeForBalwan ट्रेंड करने लगा। लोग पुलिस प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं, और भाजपा नेत्री पर सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
⏳ अब सवाल है – क्या होगी कार्रवाई?
फिलहाल, प्रशासन ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है। लेकिन यह साफ है कि इस घटना ने एक बार फिर कानून के रखवालों की चुप्पी और सत्ताधारी नेताओं की दबंगई को बेनकाब कर दिया है।
अब सबकी निगाहें इस पर हैं कि क्या ज्योति महंत पर कोई FIR दर्ज होगी या एक बार फिर “नेता” होने का कवच” उन्हें बचा लेगा?